Thursday 18 December 2014

रावलपिंडी। एक तरफ जहां पाकिस्तानी सरकार कहती है कि कोई “अच्छा तालिबान, बुरा तालिबान” नहीं होता है। वहीं दूसरी ओर लश्कर-ए-तैयबा के खूंखार आतंकी और म ुंबई हमलों के आरोपी जकीउर्रहमान लखवी को पाकिस्तान की एक कोर्ट ने गुरूवार को जमानत दे दी। लखवी रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद था। लखवी पर मुंबई हमलों के लिए आतंकियों को ट्रेनिंग देने और हमले के दौरान उन्हें दिशा-निर्देश देने का आरोप है। साथ ही उस पर आतंकी कसाब के परिवार की आर्थिक मदद करने का भी आरोप है। भारत सरकार ने कई बार पाकिस्तान से लखवी को भारत को सौंपने की मांग की है। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने भारत को नहीं सौंपा। पाक सरकार पर भारत सरक ार आरोप लगाती रही है कि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।


मुंबई हमलों के आरोपी सात पाकिस्तानी नागरिकों ने बुधवार को अपनी जमानत याचिका पेश की थी। इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन पेशावर हमले के विरोध में वकीलों की हड़ताल के चलते इस केस पर सुनवाई नहीं हो सकी। इन सात आरोपियों में जकीउर्रहमान लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमद आमिन सादि क, शाहीद जमील रियाज, जमिल अहमद और युनूस अंजुम शामिल थे।

गौरतलब है कि छह साल पहले मुंबई में हुए 26/11 के हमले में 166 लोग मारे गए थे। हमले करने वाले आतंकियों एकमात्र आतंकी अजमल कसाब पकड़ा गया था। जिसे बाद में भारत सरकार ने फांसी दे दी थी।

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